हवस का नंगा नाच | Hindi Sex Story

फ्रेंड्स आपके लिए एक और तड़कती फड़कती कहानी पेश कर रहा हूँ जैसा कि मैने पहले भी कहा है मैं कोई लेखक नही हूँ
मुझे जो कहानी अच्छी लगती है आपके साथ शेअर कर लेता हूँ ये कहानी आकाश ने लिखी है

साना ने आज अपनी उम्र की 19 वीं सीढ़ी पर कदम रख दिए थे …उसकी साल गीरह मनाने का अंदाज़ नायाब था …और क्यूँ ना हो…शहेर के सब से नामी गीरामी बिज़्नेसमॅन लाला हरदयाल की एक लौटी बेटी जो थी …. नायाब बेटी के नायाब कारनामे …

उसकी हर चीज़ नायाब थी… लंबी , छरहरे बदन की मालकीन…5’6″ की लंबाई , बदन में सही जागेह सही गोलाई और उभार …नाक सुडौल रंग गोरा… किसी भी मर्द के सपनों की रानी. उस ने अपने पैसे , जवानी और बदन का भरपूर इस्तेमाल करना सीखा था … भरपूर ज़िंदगी का लुत्फ़ उठाना सीखा था …लाला ने भी उसे भरपूर जिंदगी जीने की छूट दे रखी थी. इस की वजह थी साना की मा की उसके बचपन में ही मौत.

मा के प्यार की कमी लाला जी ने अपने पैसे और साना को अपनी ज़िंदगी भरपूर जीने की आज़ादी दे कर पूरी करनी चाही थी..नतीज़ा यह हुआ साना को प्यार तो नसीब नहीं हुआ पर वो हवस को प्यार समझ बैठी और उसकी ज़िंदगी एक हवस की भूख मिटाने का ही सबब बन गया …पर हवस कभी पूरी हुई है ..????

आज लाला जी के फार्म हाउस में साना की 19 वीं साल्गीरह धूमधाम से मनाई जा रहे है …शराब और शबाब से भरपूर…

साना नायाब थी..उसकी पार्टी भी नायाब …

हवस की पुतली साना की पार्टी भी हवस के रंग में शराबोर थी….हवस का नंगा नाच हो रहा था …

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साना के कुछ गिने चुने दोस्त ही वहाँ मौज़ूद थे…उसके दोस्तों में सिर्फ़ मर्द ही नहीं बल्कि लड़कियाँ भी शामिल थीं ..साना की ही तरेह अमीर , बिगड़ी और हवस की भूखी ..

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